45 साल पुराना श्राप: जब डायरेक्टर ने तांत्रिक की चेतावनी अनसुनी की और भुगतना पड़ा अंजाम

1970 और 80 के दशक में जब बॉलीवुड में हॉरर फिल्मों की शुरुआत हो रही थी, तब एक ऐसी फिल्म बनी जिसने न सिर्फ दर्शकों को डरा दिया, बल्कि इसके पीछे की कहानी भी आज तक रहस्य बनी हुई है। फिल्म का नाम था ‘गहरायी’ (Gehrayee), जिसे लेकर तांत्रिकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि इसे मत बनाना – नहीं तो अंजाम बहुत भयानक होगा।

सरकारी नौकरी ग्रुप से जुड़े Join Now
gehrayee movie real story
gehrayee movie real story

डायरेक्टर को दी गई थी तांत्रिकों की चेतावनी

‘गहरायी’ फिल्म को लेकर कहा जाता है कि जब इसकी कहानी लिखी जा रही थी, तब उसमें काले जादू, भूत-प्रेत और आत्मा प्रवेश जैसे विषयों को शामिल किया गया था। यह सब इतना संवेदनशील और गहराई से जुड़ा हुआ था कि कई तांत्रिकों ने डायरेक्टर से साफ कहा था – “इस फिल्म को बनाना मत, वरना टीम के लोगों को भयानक परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।”

लेकिन डायरेक्टर ने चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया।

शूटिंग के दौरान घटी डरावनी घटनाएं

जैसे ही फिल्म की शूटिंग शुरू हुई, सेट पर अजीब घटनाएं घटने लगीं।

  • कलाकारों को अचानक चक्कर आना
  • लाइट्स का अपने आप बंद हो जाना
  • एक्टरों को सपनों में काली परछाइयां दिखाई देना
    यह सब एक या दो दिन नहीं, बल्कि पूरी शूटिंग के दौरान चलता रहा। टीम के कई लोग इतना डर गए कि उन्होंने फिल्म की टीम से दूरी बना ली।

कलाकारों पर भी पड़ी इसका असर

फिल्म में अभिनय कर रहे कुछ कलाकारों के जीवन में भी इस फिल्म के बाद अजीब घटनाएं होने लगीं। किसी को गंभीर बीमारी हो गई, किसी का करियर अचानक खत्म हो गया और कोई डिप्रेशन का शिकार हो गया।

कहा जाता है कि फिल्म में दिखाया गया काला जादू और आत्मा प्रवेश का तरीका बेहद असली के करीब था — और यही बात शायद असली शक्तियों को नाराज़ कर गई।

गहरायी: एक फिल्म, एक रहस्य

‘गहरायी’ को आज भी एक कल्ट हॉरर फिल्म माना जाता है, लेकिन इसके साथ जुड़ी घटनाएं इसे एक शापित फिल्म (Cursed Film) बना देती हैं। कई लोग मानते हैं कि जब आप उन ऊर्जाओं से खेलते हैं जिन्हें आप समझते नहीं, तो नतीजे भी वैसे ही खतरनाक होते हैं।

ये फिल्म को बनाने वाले थे अरुणा राजे उनके साथ भी ये फिल्म बनाने के बाद बहुत बुरा हुआ था, सबसे पहले तो उनका अपनी पत्नी के साथ तलाक हॉग आया था और साथ में उनकी 9 साल की बेटी भी स्वर्ग सिधार गयी थी । आपको बता दे की ये कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित थी।

मैं दीपक चौहान हूँ, और मुझे लिखना बेहद पसंद है—खासतौर पर ऐसी बातें जो लोगों के रोज़मर्रा के काम आएं। चाहे टेक्नोलॉजी हो, ऑटो की दुनिया, मनोरंजन या फिर आसान ज़िंदगी जीने के टिप्स—मैं हमेशा कोशिश करता हूँ कि हर लेख दिल से और सच्ची बातों के साथ आप तक पहुँचे। मेरा मानना है कि अगर एक लेख पढ़कर किसी को थोड़ी भी मदद मिले, तो लिखना सफल हो गया।

Leave a Comment